
हिंदी मे साहित्य का
हिंदी के विकास का ।
नित नई नई रचनाओ का
होता सम्मान काव्य का ।।
दोहा छंद विज्ञान का
नित नये नये प्रयोग का ।
रचनाओ मे होता यहां
अभ्यास नित साहित्य का ।।
कविता मे व्याकरण का
लेख मे भाव का ।
सौन्दर्य मे प्रकृति का
श्रृंगार के महत्व का ।।
वीर रस मे वीर का
शौर्य के महत्व का ।
बलिदान मे करुण का
ये धाम है साहित्य का ।।
प्रेम मे आत्मा का
मिलन के महत्व का ।
द्वेष मे विनाश का
कितना महत्व है ।।
राग मे साज का
गीत मे स्वर का ।
नृत्य मे घूँघरु का
कितना महत्व है ।।
जवानी मे जोश का
बुढ़ापे मे अनुभव का ।
अंतिम यात्रा मे भीड़ का
कितना महत्व है ।।
उत्तम कुमार तिवारी " उत्तम "
लखनऊ
उत्तर प्रदेश
भारत
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