कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं
जिनका कोई नाम नहीं होता
मिलना तो मन का होता है
दिल से संबंध नहीं होता।
सांसों का जीवन से रिश्ता
नैनों का दर्पण से रिश्ता
होठों का चुम्बन से रिश्ता
इनका कोई नाम नहीं होता।
जहां मिलना मन का होता है
तन से संबंध नहीं होता।
कागज का स्याही से नाता
पायल का रुनझुन से नाता
यौवन का आयु से नाता
दिल का हर धड़कन से नाता
चंदन का ख़ुशबू से नाता
इनका कोई नाम नहीं होता।
सावन की ठंडी फुहारों का
वासन्ती स्नेहिल मलयज का
तूफानों में मौजों का
लहरों का निर्मल साहिल से
कोई नाम नहीं होता
इनको प्रतिदान नहीं मिलता।
रवि का शशि का इस धरती से
जगमग तारों का अंबर से
यात्रा करते यात्री से
मंजिल पर चढ़ते राही से
रिश्तों का प्यार नहीं होता
इनका कोई अंजाम नहीं होता।
सुधा गोयल
२९०-ए, कृष्णानगर, डा दत्ता लेन,
बुलंदशहर -२०३००१, उत्तर प्रदेश