प्यारचन्द शर्मा 'साथी'
टूटा मन
सन्नाटे के गलियारे में आज फिर छन्नाक से टूटा मन । चुप चुप मुझे निहारा करे घर का कोना । जैसे पूछ रहा हो मानो घर में हो…
सन्नाटे के गलियारे में आज फिर छन्नाक से टूटा मन । चुप चुप मुझे निहारा करे घर का कोना । जैसे पूछ रहा हो मानो घर में हो…